होम्योपैथी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी औषधीय प्रणाली है।
यह “Similia Simplex Curenter” के सिद्धांतों पर आधारित है।
“Like Cures Like”
1796 में “डॉ. हैनिमैन” ने इस खूबसूरत विज्ञान की खोज की, इसका अपना अनूठा दर्शन और चिकित्सीय सिद्धांत हैं जिनका इस चिकित्सा जगत में सबसे अच्छा उपचारात्मक परिणाम है।
यह एक भारतीय वैकल्पिक उपचार पद्धति है जिसकी खोज मुंबई के डॉक्टर लाजपतराय मेहरा ने की है । अपने साठ साल के अनुभव और प्रयास से उन्होंने एक औषध – रहित चिकित्सा पद्धति की खोज की है हमारे शरीर के अंदर ही उसे ठीक रखने के लिये हर प्रकार की दवाई बनाने की क्षमता है ।
पर किसी कारण-वश जैसे आहार-विहार पर नियंत्रण न हो, गलत तरीके से उठना-बैठना, दूषित वातावरण, मानसिक तनाव, अपने समर्थ से अधिक मानसिक या शारीरिक कार्य, न्यूट्रिशन की कमी, डर या क्रोध इत्यादि से – शरीर के अंगों एवं ग्रंथियों के कार्य पर असर होता है जिससे उनका कार्य धीमा हो जाता है या बिगड़ जाता है ।
															
															हम 2007 से सभी प्रकार के नशे का सर्वश्रेष्ठ इलाज प्रदान करते हैं (शराब, गांजा, भांग, चरस, पोस्ट, अफियम, कोकेन, स्मैक, तंबाकू, सिगरेट, और किसी भी प्रकार के चिकित्सा औषधि और किसी भी प्रकार के लत )। यह दुनिया की एकमात्र ऐसी दवा है जो बिना किसी साइड इफेक्ट और बिना किसी परेशानी के काम करती है। सभी प्रकार की मादक द्रव्यों पर निर्भरता का उपचार। वैदिकहोमियो हॉस्पिटल एवं इंस्टीट्यूट ऑफ होलिस्टिक मेडिकल सायन्स बजरंग द्वार मैन चौराहा कालवाड़ रोड झोटवाड़ा, जयपुर में स्थित है। केंद्र को डॉ. आर.एस. शेखावत ने शुरू किया है।
डीटॉक्सीफिकेशन एक प्रक्रिया है जो शरीर से अशुद्ध तत्वों को निकालने का उद्दीपन करती है, जिससे शरीर की सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलती है। यह तंतु, विषाक्त तत्व, और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को निष्कासित करके शरीर को पुनः ताजगी प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
															
															आयुर्वेदा, जिसे ‘आयुर्वेद’ भी कहा जाता है, भारतीय परंपरागत चिकित्सा पद्धति है जो हमारे प्राचीन शास्त्रों में सुरक्षित है। यह चिकित्सा विधि शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने और रोगों का इलाज करने के लिए प्रयुक्त होती है।
पंचकर्मा, आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया है जो शरीर को शोधित करने, संतुलित करने और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए किया जाता है।
नेचुरोपैथी एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करती है। यह चिकित्सा पद्धति शरीर की स्वास्थ्य रक्षा और संरक्षण पर भरोसा करती है और बीमारियों के इलाज में अपशिष्ट और बिना किसी साइड इफेक्ट्स के प्राकृतिक उपचारों का प्रमोश करती है।
															
															आउटपेटिएन्ट डिपार्टमेंट (ओपीडी) वह स्थान है जहाँ रोगी बिना अस्पताल में भर्ती होने के स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह विभिन्न चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने का केंद्र होता है, जिससे लोग अपने रोग या स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपचार प्राप्त कर सकते हैं और उन्हें अस्पताल में रात बिताने की आवश्यकता नहीं होती है।
आईपीडी, जिसे ‘इनपेशंट डिपार्टमेंट’ (IPD) भी कहा जाता है, एक चिकित्सा सुविधा है जो रोगी को अस्पताल में भर्ती करके चिकित्सा देखभाल प्रदान करती है। यह विशेषज्ञ चिकित्सा, नर्सिंग केयर, और अन्य सहायक सेवाएं प्रदान करता है ताकि रोगी को उच्च स्तर की चिकित्सा मिल सके।